कैसा है
वह बूढ़ा
पेट-पीठ
जिसका समान
बोली में दहाड़
दम-खम
बार-बार
उसे
वयोवृद्ध कहकर
कहने वाले
क्या समझते हैं!
वे
जवान ही रहेंगे
आवें
हाथ मिलावें
चुनौतियां
स्वीकार है।
Friday, January 30, 2009
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