तथ्य यही है
सब कुछ यहीं रह जाता है
शरीर पंचतत्व का है, नश्वर है.
प्राण पखेरू उड़ेगा
अगिन के आगोश में
यह निष्प्राण काया
भस्मीभूत हो जाएगी
विलीन हो जाएगी
बांट बखरा लग जाएगा
पंच तत्वों में साथ क्या ले जाउं...
कहां जाना है...
बीबी ने पूछा.
दूसरे लोक
मैंने कहा.
साथ कुछ नहीं जाता
हर कोई खाली हाथ अ।या है
खाली हाथ जाएगा
ऐसा ही कहा जाता है.
संगनी ने कहा
मेरा प्रश्न.पर तथ्य क्या है...
क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा.
पत्नी ने कहा . संगनी ने कहा
मेरा प्रश्न.पर तथ्य क्या है...
तथ्य यही है
सब कुछ यहीं रह जाता है
शरीर पंचतत्व का है, नश्वर है.
प्राण पखेरू उड़ेगा
अगिन के आगोश में
यह निष्प्राण काया
भस्मीभूत हो जाएगी
विलीन हो जाएगी
बांट बखरा लग जाएगा
पंच तत्वों में
क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा.
पत्नी ने कहा .
Tuesday, August 21, 2007
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