आजकल तनाव मुक्त कोई नहीं है। चाहे वह पढऩेवाला विद्यार्थी हो। काम करने वाले लोग हों। टैक्सी ड्राइवर हो या घर की गृहिणी हों। तनाव का कोई खास नुस्खा नहीं दिया जा सकता।
पर परिवार के बीच आपसी प्यार, सम्मान, आदर भाव बना हुआ है तो तनाव से बचा जा सकता है। बच्चे जब स्कूल जा रहे हों, तो उन्हें प्यार से स्कूल के लिए विदा करें। उसके स्कूल से लौटने के समय औवल उसके दादा-दादी इंतजार में खड़े रहें तो उसे ज्यादा खुशी मिलती है। उसका बस्ता आप ले लें। वह उछलता-कूदता घर आवे। फिर यदि आप दोनों ही कार्यरत हैं, तो यह ध्यान रखें। आप दोनों में जो कोई पहले घर आवे किचन का रोजमर्रा का काम कुछ हल्का बनाकर रखें। मसलन सब्जी काटकर रखें। दाल चढ़ा दें।
यदि आपके साथ माता-पिता हैं, तो उनके साथ प्रेम और आदर का भाव रखें। संभव हो तो उनके पास बैठें। उनका पांव दबा दिया करें। वे निहाल हो जायेंगे। उनका रोम-रोम पुलकित हो उठेगा और उनका आशीष आपके जीवन को तनाव मुक्त बना देगा। सोने के समय उनकी मच्छरदानी लगा दिया करें। यदि थूक खंखार फेंकने की उनकी आदत बनी हुई है, तो पिकदानी उनके पास रख दिया करें।
दिन में इकट्ठे भोजन करने का अवसर नहीं मिल सकता है। पर रात में इकट्ठा बैठकर भोजन करें। भोजन आपके आगे जो आये, उसे प्रसाद मानकर भोजन करें। कुछ खास आइटम की प्रशंसा कर दें। पकानेवाले को खुशी होगी।
इन दिनों बच्चा, बूढ़ा, जवान सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग हो गए हैं। स्वस्थ रहने के लिए योगा, ध्यान, शिथिलासन और शवासन करें। यदि आपको ब्लड प्रेशर है, कहीं वाद-विवाद में नहीं फंसे। ये कुछ मामूल बातें हैं जिनसे आप तनाव मुक्त रह सकते हैं।
Saturday, February 14, 2009
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