Saturday, September 8, 2007

दृष्टिकोण

संकुचित
दृष्टिकोण
बौना बनाता है
उदार
दृष्टिकोण
श्रेष्ठ बनाता है
सबके प्रति प्रेम
सबके प्रति अ।दर
सबके प्रति सेवा
सच्चा मानव बनाता है.
तभी
अ।प कुछ
कर पायेंगे
कुछ पा सकेंगे
पाने के अधिकारी
बन सकेंगे .

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