हवा में तैरती
फुसफुसाहट
कानों तक आती है
कान खड़े हो जाते हैं
सुनो जी!
जरा कान लगाओ
हां...
कब तक
बाकी सुनायी
नहीं दी
यही तो नहीं...
क्या!
इनकी मौत?
Tuesday, January 12, 2010
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