Monday, November 9, 2009

31 अगस्‍त, 08

वह घड़ी - वह दृश्‍य
घर का बिलखना - क्‍या हो रहा है!
पहले बाबा का बेटा,
फिर बड़ी बहू,
अम्‍मां तुम भी,
क्‍यों जा रही हो?
पूजा घर में दीया
कौन जलाएगा!
फिर बाबा तुम भी,
तुम्‍हारे बिना मेरा
क्‍या होगा?
पास में खड़ा,
आम ने कहा
घबराओ मत
मैं हूं न
दोनों संग-संग
रहेंगे।

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